प्रश्न : भरद्वाज मुनि के समक्ष कुमार भरत के द्वारा कैकई का परिचय देना और मुनि का अपना विचार प्रकट करना
उत्तर: भरद्वाज मुनि बोले कि तुम कैकई के प्रति दोष दृष्टि न करो | श्रीराम का यह वनवास भविष्य में बड़ा ही सुखद होगा |
वाल्मीकि रामायण / अयोध्या कांड / ९२ सर्ग / श्लोक ३०
द्वारा
अनुज मिश्रा
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