धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः | तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् || अपने सनातन धर्म को समझकर प्रचार और प्रसार करें || जय सनातन || द्वारा अनुज मिश्रा
धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः | तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् || अपने सनातन धर्म को समझकर प्रचार और प्रसार करें || जय सनातन || द्वारा अनुज मिश्रा
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