समाधि की दो स्थितियां सविकल्प और निर्विकल्प हैं, दोनों में क्या अंतर है ?
१.सविकल्प : इस समाधी में लीन होने पर साधक स्वयं को दुसरे महाशक्ति के साथ होने का अनुभव प्राप्त करता है यानि उसे दुसरे महाशक्ति का बोध होता है |
२.निर्विकल्प : इस समाधी में लीन होने पर ब्यक्ति स्वयं को ही महाशक्ति होने का अनुभव करता है | इसमें साधक और ईश्वर में भेद नहीं रह जाता।
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