प्रश्न : भगवान सूर्यदेव का नाम लोलार्क क्यों पड़ा? लोलार्क कुंड क्या है?
उत्तर: शिवभक्त विद्युन्माली दैत्य को जब सूर्यदेव हरा दिए तब सूर्यदेव पर क्रोधित होकर भगवान रूद्र त्रिशूल हाथ में लेकर उनकी और दौड़े। उस समय सूर्यदेव भागते भागते पृथ्वी पर कशी में आकर शरण लिए। इसी से उनका नाम लोलार्क पड़ा और जिस स्थान पर वे स्नान किये वह लोलार्क कुंड के नाम से प्रसिद्द हुआ।
संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / प्रथम स्कन्द / अध्याय ७ / श्लोक १८
200524-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/IKuq-VGYrQM
श्रीमद्भागवत महापुराण में वर्णित अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें
द्वारा
अनुज मिश्रा
Comments
Post a Comment
We welcome your comments and suggestions.