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चुगली करने में आनंद की अनुभूति तो है परंतु इसका धार्मिक दोष क्या है?

 प्रश्न : चुगली करने में आनंद की अनुभूति तो है परंतु इसका धार्मिक दोष क्या है?

उत्तर: अधर्म करने वालों को जो दोष लगता है वही दोष चुगली करने वालों को भी लगता है।            

संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / प्रथम स्कन्द / अध्याय १७ / श्लोक २२                        

110624-2 Video Link: https://youtube.com/shorts/sZOfisXtcO0



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द्वारा 

अनुज मिश्रा

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