प्रश्न : चारों आश्रमों में गृहस्थाश्रम को सर्वश्रेष्ठ क्यों बताया गया है ? उत्तर: इस लोक में गृहस्थाश्रम में ही धर्म, अर्थ, काम, संतान सुख, मोक्ष, सुयश, स्वर्गादि दिव्य लोकों की प्राप्ति हो सकती है । संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / चतुर्थ स्कन्द / अध्याय २५ / श्लोक ३९ 271124-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/JSoxsPSNhI8 श्रीमद्भागवत महापुराण में वर्णित अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें द्वारा अनुज मिश्रा